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सांप का क्रोध

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐सांप का क्रोध💐💐 एक बढ़ई (Carpenter) शाम को अपनी दुकान बंद कर घर चला गया। जब वह चला गया, तो एक ज़हरीला सांप दुकान के अंदर घुस गया। सांप भूखा था। इस आशा में की कुछ खाने को मिल जाए, वह इधर उधर रेंगने लगा। इसी बीच वो एक कुल्हाड़ी से टकरा गया और थोड़ा सा चोटिल हो गया। उसे गुस्सा आ गया और बदला लेने के लिए उसने कुल्हाड़ी को डंक मार दिया। सांप का डंक उस धातु की कुल्हाड़ी का क्या बिगाड़ लेगा? उल्टा सांप के मुंह से ही खून निकलने लग गया। गुस्से और अहंकार से वो सांप पागल हो गया और उस कुल्हाड़ी को मारने के लिए हर संभव कोशिश करने लगा। उसको बहुत दर्द हो रहा था। फिर भी वो उस कुल्हाड़ी के चारो और लिपट गया। फिर क्या हुआ होगा, आप अच्छी तरह से जानते हैं। अगले दिन जब कारपेंटर ने दरवाजा खोला, तो देखा की कुल्हाड़ी के लिपटा हुआ सांप मरा पड़ा था। दोस्तों यह सांप किसी और की गलती से नहीं मरा हैं। उसकी ये हालत खुद की अकड़ और गुस्से के कारण हुई हैं।   *💐💐शिक्षा💐💐* इसी प्रकार हमें भी जब गुस्सा आता हैं तो हम दुसरो को नुकसान पहुंचने का काम करते हैं। लेकिन कुछ समय बीतने के बाद ह...

परिश्रम का महत्त्व

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐 परिश्रम का महत्त्व💐💐 एक गांव में एक धनी मनुष्य रहता था | उसका नाम भैरोमल था | भैरोमल के पास बहुत खेत थे| उसने बहुत से नौकर और मजदूर रख छोड़े थे | भैरोमल बहुत सुस्त और आलसी था | वह कभी अपने खेतों को देखने नहीं जाता था | अपने मजदूर और नौकरों को भेजकर ही वह काम कराता था | मजदूर और नौकर मनमाना काम करते थे | वे लोग खेत पर तो थोड़ी देर काम करते थे , बाकी घर बैठे रहते थे | इधर-उधर घूमते या गप्पे उड़ाया करते थे ,खेत न तो ठिकाने से जोते जाते थे | न सिंचे जाते थे और न उनमें ठीक से खाद पडती थी | खेतों में बीज भी ठिकाने से नहीं पडते थे और उनकी घास(खरपतवार) तो कोई निकालता ही नहीं था | इसका नतीजा यह हुआ कि उपज धीरे-धीरे घटने लगी | थोड़े दिनों में भैरोमल गरीब होने लगा| उसी गांव में रामप्रसाद नामक एक दूसरा किसान था | उसके पास खेत नहीं थे | वह भैरोमल के ही कुछ खेत लेकर खेती करता था | किंतु; था ! परिश्रमी | अपने मजदूरों के साथ वह खेत पर जाता था | डटकर परिश्रम करता था उसके खेत भली प्रकार जोते और सींचे जाते थे | अच्छी खाद पडती थी, घास निकाली जाती थी और बीज भी समय पर बोए जात...

अनपढ़

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐अनपढ़💐💐 एक मध्यम वर्गीय परिवार के एक लड़के ने 12वीं की परीक्षा में 90% अंक प्राप्त किए ।   पिता, मार्कशीट देखकर खुशी-खुशी अपनी बीवी को कहा कि बना लीजिए मीठा दलिया, स्कूल की परीक्षा में आपके लाड़ले को 90% अंक मिले हैं ..!  माँ किचन से दौड़ती हुई आई और बोली, , *"..मुझे भी बताइये, देखती हूँ...!*  इसी बीच लड़का फटाक से बोला... *"बाबा उसे रिजल्ट कहाँ दिखा रहे हैं ?... क्या वह पढ़-लिख सकती है ? वह तो अनपढ़ है ...!"*  अश्रुपुर्ण आँखों से पल्लु से आंखें पौंछती हुई माँ दलिया बनाने चली गई । ये बात मेरे पिता ने तुरंत देखा ...!  फिर उन्होंने लड़के के कहे हुए वाक्यों में जोड़ा, और कहा... *"हां रे ! वो भी सच है...!* "जब हमारी शादी हुई तो तीन महीने के अंदर ही तुम्हारी माँ गर्भवती हो गई.. मैंने सोचा, शादी के बाद कहीं घुमने नहीं गए..   एक दूसरे को ठीक से हम समझे भी नही हैं, चलो इस बार अबॉर्शन करवा कर आगे चांस लेते हैं.. लेकिन तुम्हारी माँ ने ज़ोर देकर कहा *"नहीं"* बाद में चाँस नहीं.... घूमना फिरना, और आपस में समझना भी नहीं, और फिर त...

कहीं बारिश हो गयी तो

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐कहीं बारिश हो गयी तो!💐💐 4 साल से नयासर गाँव में बारिश की एक बूँद तक नहीं गिरी थी। सभी बड़े परेशान थे। हरिया भी अपने बीवी-बच्चों के साथ जैसे-तैसे समय काट रहा था। एक दिन बहुत परेशान होकर वह बोला, “अरे ओ मुन्नी की माँ, जरा बच्चों को लेकर पूजा घर में तो आओ…” बच्चों की माँ 6 साल की मुन्नी और 4 साल के राजू को लेकर पूजा घर में पहुंची। हरिया हाथ जोड़ कर भगवान् के सामने बैठा था, वह रुंधी हुई आवाज़ में अपने आंसू छिपाते हुए बोला, “सुना है भगवान् बच्चों की जल्दी सुनता है…चलो हम सब मिलकर ईश्वर से बारिश के लिए प्रार्थना करते हैं…” सभी अपनी-अपनी तरह से बारिश के लिए प्रार्थना करने लगे। मुन्नी मन ही मन बोली- भगवान् जी मेरे बाबा बहुत परेशान हैं…आप तो सब कुछ कर सकते हैं…हमारे गाँव में भी बारिश कर दीजिये न… पूजा करने के कुछ देर बाद हरिया उठा और घर से बाहर निकलने लगा। “आप कहाँ जा रहे हैं बाबा।”, मुन्नी बोली। “बस ऐसे ही खेत तक जा रहा हूँ बेटा…”, हरिया बाहर निकलते हुए बोला। “अरे रुको-रुको…अपने साथ ये छाता तो लेते जाओ”, मुन्नी दौड़ कर गयी और खूंटी पर टंगा छाता ले आई।” छाता देख...

बेटी

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐बेटी💐💐 यह कहानी उस वक्त की है जब एक अनाथालय से एक लड़की भाग जाती है ।भागते भागते आधी रात को वो एक ऐसी जगह पहुँच जाती है जो उसके लिए अनजान ओर असुरक्षित होती है।उसी समय अचानक आधी रात को रोज की तरह एक बुजुर्ग शराब के  नशे में अपने घर की  तरफ जाने वाली गली से झूमता हुआ जा रहा था, रास्ते में एक खंभे की लाइट जल  रही थी, उस खंभे के ठीक नीचे एक 15 से 16 साल की लड़की पुराने फटे कपड़े  में डरी सहमी सी अपने आँसू पोछते हुए खड़ी थी ।जैसे ही उस बुजुर्ग की नजर उस घबराई हुई लड़की पर पड़ी वह रूक सा गया। लड़की शायद उजाले की चाह में लाइट के खंभे  से लगभग चिपकी हुई सी थी, वह बुजुर्ग उसके करीब गया और उससे लड़खड़ाती जबान  से पूछा तेरा नाम क्या है, तू कौन है और इतनी रात को यहाँ क्या कर रही  है...? लड़की चुपचाप डरी सहमी नजरों से दूर किसी को देखे जा रही थी  उस बुजुर्ग ने जब उस तरफ देखा जहाँ लड़की देख रही थी तो वहाँ चार लड़के उस  लड़की को घूर रहे थे, उनमें से एक को वो बुजुर्ग जानता था, लड़का उस  बुजुर्ग को देखकर झेप गया और अपने साथ...

गुरु की सीख

 🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐गुरु की सीख💐💐 एक सभा में गुरु जी ने प्रवचन के दौरान एक 30 वर्षीय युवक को खडा कर पूछा कि आप मुम्बई मेँ जुहू चौपाटी पर चल रहे हैं और सामने से एक सुन्दर लडकी आ रही है , तो आप क्या करोगे ? युवक ने कहा - उस पर नजर जायेगी, उसे देखने लगेंगे। गुरु जी ने पूछा - वह लडकी आगे बढ गयी , तो क्या पीछे मुडकर भी देखोगे ? लडके ने कहा - हाँ, अगर धर्मपत्नी साथ नहीं है तो। (सभा में सभी हँस पडे) गुरु जी ने फिर पूछा - जरा यह बताओ वह सुन्दर चेहरा आपको कब तक याद रहेगा ? युवक ने कहा 5 - 10 मिनट तक, जब तक कोई दूसरा सुन्दर चेहरा सामने न आ जाए। गुरु जी ने उस युवक से कहा - अब जरा कल्पना कीजिये.. आप जयपुर से मुम्बई जा रहे हैं और मैंने आपको एक पुस्तकों का पैकेट देते हुए कहा कि मुम्बई में अमुक महानुभाव के यहाँ यह पैकेट पहुँचा देना...  आप पैकेट देने मुम्बई में उनके घर गए। उनका घर देखा तो आपको पता चला कि ये तो बडे अरबपति हैं। घर के बाहर 10 गाडियाँ और 5 चौकीदार खडे हैं।  उन्हें आपने पैकेट की सूचना अन्दर भिजवाई , तो वे महानुभाव खुद बाहर आए। आप से पैकेट लिया। आप जाने लगे तो आपको आग...